Friday, December 3, 2021

अगला जन्म कैसा होगा | भगवान अगले जन्म का फैसला कैसे करते हैं | हम अगले जन्म में क्या बनेंगे

By:   Last Updated: in: ,

दोस्तों आज में आपके साथ शेयर करने वाले हैं अगला जन्म कैसा होगा | भगवान अगले जन्म का फैसला कैसे करते हैं | हम अगले जन्म में क्या बनेंगे ओर इसके साथ - साथ कौन सा कर्म करने पर कुत्ते का जन्म मिलता है । 


मित्रों जैसा कि हम जानते हैं कि जिस भी प्राणी ने इस धरती लोक पर जन्म लिया है उसे एक ना एक दिन मरना ही पड़ता है। ऐसे में मनुष्य जीवित रहते हुए जो भी कर्म करते हैं । वही कर्म मृत्यु के बाद उनके साथ जाते हैं। ऐसे में हिंदू धर्म शास्त्र गरुण पुराण की मानें तो उन्हें कर्मों के आधार पर मनुष्य को उसका अगला जन्म मिलता है।

इसलिए आज की आर्टिकल  में हम आपको ऐसे कुछ कर्मों के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसको करने के बाद आपको कुत्ता , सूअर , हिजड़ा इन जैसे योनियों में अगला जन्म मिलता है तो चलिए शुरू करते हैं।

 दोस्तों आर्टिकल  में आगे बढ़ने से पहले अगर आप हमारे ब्लॉग पर नए हैं तो ब्लॉग को सब्सक्राइब करना ना भूले ।

अगला जन्म कैसा होगा

1.मित्रों से छल करना 

गरुड़ पुराण के अनुसार सबसे पहला कर्म मित्रों से छल करना - दोस्तों धरती पर मित्रता को एक अनूठा रिश्ता माना गया है। मित्रता के लिए कुछ लोग अपनी जान तक दे देते हैं भले ही उनका मित्र बुरा  काम ही क्यों न कर रहा हो वही आज कुछ मित्र ऐसे भी होते हैं जो अपने हित के लिए अपने मित्र को धोखा देने यानी छल करने से भी पीछे नहीं हटते। 

ऐसे मनुष्य के लिए गरुड़ पुराण में बताया गया है कि जब कोई मनुष्य अपने सच्चे मित्र के साथ छल कपट करता है तो मरने के बाद उसे तो नरक तो जाना पड़ता ही है। साथ ही उसका अगला जन्म एक गिद्ध से योनि में  होता है जो सड़े गले जानवरों का मांस खाकर जीवित रहते हैं। 

2.स्त्रियों का सम्मान ना करना 

 मित्रों संसार में कई पुरुष हैं जो स्त्रियों का सम्मान करते हैं, लेकिन कई ऐसे पुरुष भी आपको देखने को मिल जाते हैं जो प्रत्येक स्त्री को बुरी नजर से देखते हैं और उनके मन में हर समय बस कामवासना ही बसी रहती है और उन्हें लगता है कि उन्हें कोई नहीं देख रहा , लेकिन ऊपर वाला सब देखता है। ऐसे लोगों के संबंध में गरुड़ पुराण कहता है कि मृत्यु के बाद अगले जन्म में इनको गधे की योनि प्राप्त होती है। इसके अलावा स्त्रियों के संबंध में गरुण पुराण कहता है कि जो  स्त्री व्यभिचारिणी होती है। 

अर्थात पराए पुरुष के साथ संबंध बनाती है। उसका अगला जन्म छिपकली या फिर एक चमगादड़ के रूप में होता है । 

3.धर्म का अपमान करना 

गरुड़ पुराण में चौथा कर्म धर्म का अपमान करना बताया गया है। मित्रों जीवित रहते हुए कई लोग अपने धर्म का सम्मान नहीं करते और दूसरे जो अपने धर्म का सम्मान करते हैं, उन्हें ढंगी  बताते हैं। ऐसे लोग ना तो भगवान पर और ना ही किसी धर्म पर विश्वास करते हैं।

 ऐसे लोगों के बारे में  गरुड़ पुराण कहना है कि मृत्यु के बाद इन्हें नरक में तो सजा मिलती ही है। साथ ही उनका अगला जन्म एक कुत्ते के रूप में होता है। 

4.अन्य दान न करना 

 मित्रों अन्य दान को हमारे धर्म में सबसे बड़ा दान माना गया है जो व्यक्ति अन्य  दान करता है वह न सिर्फ जीवित रहते हुए अभी तू मृत्यु के बाद भी स्वर्ग पाता है। वही मित्रों ऐसे लोगों की भी भरमार है जो अन्य की चोरी करके लाभ कमाते हैं। गुरु पुराण के अनुसार ऐसे लोगों का अगला जन्म छछूंदर  या फिर एक चूहे के रूप में होता है।

5.किन्नर के साथ गलत vyavhar व्यवहार नहीं करना चाहिए । 

  मित्रों अगर आपके घर के द्वार पर कोई किन्नर आता है तो उसे कुछ कर देना चाहिए और कहना चाहिए। फिर आएगा  लेकिन वहीं कुछ लोग ऐसे होते हैं जो किन्नरों का मजाक उड़ाते हैं और उन्हें नीचता की दृष्टि से देखते हैं तो ऐसे लोगों को शास्त्रों के अनुसार अगला जन्म एक किन्नर के रूप में मिलता है और ऐसा ही अपमान सहना पड़ता है । 

तो मित्रों हम आशा करते हैं कि आप इन कर्मों में से ऐसा एक भी कर्म नहीं करेंगे और अगर आपको हमारी आज की यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे ज्यादा से ज्यादा लाइक करने के साथ-साथ अपने मित्र और परिवारों के साथ शेयर जरूर करें। 

No comments:
Write comment