Saturday, August 7, 2021

दिमाग का ऑपरेशन कैसे होता है वीडियो | How Does Brain Surgery Work

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दिमाग का ऑपरेशन कैसे होता है वीडियो | How Does Brain Surgery Work 

दिमाग हमारे शरीर का एक ऐसा  नाजुक अंग है जो हमारे पूरे शरीर पर कंट्रोल करता है। कहते हैं कि इंसान का दिमाग किसी वजह से अगर काम करना बंद कर दे तो मेडिकल तौर पर उस इंसान को उसी वक्त मरा हुआ मान लिया जाता है क्योंकि एक  आदमी को तभी तक जिंदा माना जाता है। जब तक उसका दिमाग काम करता रहे । यही वजह है कि दिमाग को सुरक्षित रखने के लिए प्रकृति ने बहुत ही मजबूत हो खोपड़ी  बनाई, 


लेकिन कभी-कभी किसी दुर्घटना की वजह से या फिर किसी बीमारी की वजह से हमारे दिमाग में कोई समस्या जाती हो। ओर डॉक्टर दिमाग के ऑपरेशन की बात कहता है ।  ऐसे में सवाल उठता है कि इतनी मजबूत खोपड़ी के अंदर जो दिमाग मौजूद है, उस दिमाग का ऑपरेशन किया कैसे जाता है। (How Does Brain Surgery Work  ) आखिर किस तरीके हमारी खोपड़ी की ढक्कन खोली जाती है। 

दिमाग तेज कैसे करे 

ओर  किस तरह से हमारे नाजुक से दिमाग के साथ छेड़छाड़ की जाती है। क्या कोई डॉक्टर हर बार दिमाग का ऑपरेशन करने में सफल हो जाता है? और अगर दिमाग जैसे नाजुक अंग के ऑपरेशन करते वक्त डॉक्टर से कोई गलती हो जाए तो उस इंसान के साथ क्या होता है। 

यह सभी ऐसे सवाल है जो कभी ना कभी आप सभी के मन में जरूर आये होंगे ।  लेकिन आपको इन सारे सवालों के जवाब आज हमारी पोस्ट में  मिल जाएंगे। इसलिए पोस्ट  को अंत तक जरूर देखेगा। 

दोस्तों हमारे शरीर में कितने अंग होते हैं।

 यह तो आप सभी जानते है हर  रंग का अपना खास काम होता है। जैसे कि हम आंखों से देखते हैं, मुंह से खाना खाते हैं। पैरों से चलते हैं और हाथों से काम करते हैं। लेकिन हमारे शरीर के छोटे से छोटे अंग को भी क्या करना है और कैसे कर रहा है। यह सब तभी संभव हो पाता है। जब हमारा दिमाग काम करता रहे। यकीन मानिए। अगर किसी इंसान का दिमाग अगर काम करना बंद कर दें तो तो पूरा शरीर नाकाम हो जाता है। उसके शरीर किसी काम का नहीं रह पाता। एक तरह से वह आदमी जिंदा लाश बन कर रह जाता है। हमारा दिमाग बहुत ही नाजुक होता है, लेकिन इसके बावजूद भी हमारा दिमाग हमारे पूरे शरीर का लीडर होता है।

 यही वजह है कि जैसे किसी देश के प्रधानमंत्री को गजब की सिक्योरिटी के साथ रखा जाता है। बिल्कुल उसी तरह प्रकृति ने हमारे दिमाग को भी सिक्योर रखने के लिए बहुत ही मजबूत खोपड़ी बनाई है जो हमारे शरीर में मौजूद सबसे मजबूत हड्डियों में से एक होती है लेकिन कभी-कभी ये हमारा शरीर किसी दुर्घटना का शिकार हो जाता है या फिर कभी कोई छोटी सी चोट की वजह से हमारा दिमाग TUMOUR बन जाता है । 

 और सबसे पहले डॉक्टर तरह तरह की दवाइयों का इस्तेमाल करके उस बीमारी को जड़ से मिटाने की कोशिश करते हैं। लेकिन जब डॉक्टर के पास कोई रास्ता  नहीं दिखाई देता तब आखिरी रास्ता चुनते हैं और वह होता है दिमाग का ऑपरेशन आपको जानकर हैरानी होगी कि दिमाग का ऑपरेशन पूरी शरीर के सबसे खतरनाक और सबसे रिक्स  भरे ऑपरेशन में से एक होता है ।

क्योंकि दिमाग के ऑपरेशन के दौरान अगर एक छोटी सी गलती होती है । तो हो सकता है उस आदमी को अपनी पूरी जिंदगी पूरा लास् बन कर बितानी पड़े। हो सकता है वो व्यक्ति कोमा में चला जाए ।

कोमा में जाने के बाद क्या होता है 

दिमाग का ऑपरेशन करना किसी छोटे-मोटे डॉक्टर की बात तो नहीं होती। इसके लिए  दुनिया के सबसे बेहतरीन और अनुभवी डॉक्टर का सहारा लेना पड़ता है। 

दिमाग का ऑपरेशन कैसे होता है वीडियो 



सबसे पहले आपको बता दें। हमारे शरीर का जो लीडर है यानी हमारा दिमाग एक  बेहद मजबूत हड्डी से घिरा हुआ होता है। प्रकृति ने हमारे दिमाग को ऐसा इसलिए बनाया है ताकि छोटी मोटी चूत की वजह से हमारे नाजुक सा दिमाग पर कोई असर न पड़े। लेकिन उस मजबूत हड्डी के नीचे तिल और प्रोडक्टिव परत होते हैं और उनका भी काम यही होता है कि हमारे दिमाग को किसी भी कीमत पर कोई छूट चपेट ना लगे। उन सब के बाद भी जब हमारे नाजुक दिमाग के चारों तरफ लिक्विड की परत होती है।

 इसका काम होता है। किसी भी तरह के झटकों को सहन कर लेना। आप को मानकर चलते हैं कि हमारा दिमाग किसी दुर्घटना का शिकार हो जाता है या फिर अनफॉर्चूनेटली हमारे दिमाग में किसी तरह का ट्यूमर हो जाता है या फिर कहीं पर खून  का कोई थक्का जम जाता है और डॉक्टर ने कहा है कि अब आप के दिमाग की सर्जरी करनी पड़ेगी और यही है आखरी रास्ता ।

ऐसे स्थिति में सबसे पहले न्यूरो सर्जन हमारे शरीर को ऐसा इंजेक्शन लगाता है जिससे हमारा शरीर पूरी तरह से बेहोशी की हालत में चला जाए और हम कुछ भी महसूस नहीं कर पाते और ऑपरेशन से ठीक पहले हमारे दिमाग का सीटी स्कैन किया जाता है ताकि लास्ट टाइम दिमाग की हर एक काम की चीजों को बारीकी से कैप्चर किया जा सके।

 इसके बाद ऑपरेशन करने वाला डॉक्टर हमारे दिमाग को यानी हमारी खोपड़ी को एक खास एक्यूप्वाइंट में फसा  देता है ताकि हमारी खोपड़ी ऑपरेशन के वक्त हिले नहीं। यह बिल्कुल वैसे ही होता है। जैसे आप वीडियो प्फोटोग्राफी या फोटोग्राफी के वक्त अपने कैमरे को एक प्राइवेट पार्ट अटका देते हैं। 

इसके बाद डॉक्टर खोपड़ी को जिस हिसे में ऑपरेशन करना होता है उस हिस्से में मारकर से निसान लगा देते है और उस हिस्से पर मौजूद बालों को पूरी तरह से हटा देते हैं। उसके बाद डॉक्टर निशान लगे हुए एरिया की चमड़ी को काट हटा देते हैं और एक ऑपरेशन एड्रिल के द्वारा डॉक्टर हमारी मजबूत खोपड़ी में कुछ  छेद करता है और एक इक्विपमेंट्स देरी हमारी हड्डी को काट कर खोल देता है और हड्डी के अंदर मौजूद  3 ओर   प्रोडक्टिव परत को काटकर वहां से कुछ समय के लिए हटा देते हैं ।

और इस तरह से हमारा नाजुक सा दिमाग पूरी तरह से डॉक्टर के सामने होता है और डॉक्टर  पूरी सावधानी के साथ हमारे दिमाग में महजूद  हर एक समस्याओं का निदान ढूंढने लगता है। अगर कोई ट्यूमर है तो उसे काट कर निकाल दिया जाता है। अगर किसी और तरह की समस्या है तो उसे ठीक कर दिया जाता है। ठीक करने के बाद भी बहुत ही सावधानी के साथ हमारी खोपड़ी के प्रोटेक्टिव परत को पहले की तरह लगाकर फिट कर दिया जाता है और खोपड़ी की कटी हुई हड्डी को वापस से सेट करके उसके नट बोल्ट को कस कर दिया जाता है।

 आपको जानकर हैरानी होगी कि। अब वो  नट बोल्ट हमारे दिमाग में जिंदगी भर रहेगा। इसके बाद डॉक्टर सबसे पहले हमारी खोपड़ी के जिस चमड़ी  को काटकर हटाया था। उसे भी जोड़ कर ताके के लगा देता है और अंत में हमारी खोपड़ी के ऊपर दवाइयां लगाकर पटी  लपेट देता है।  ताकि ऑपरेशन की वजह से हमारी खोपड़ी में जो घाव हुआ है, वह घाव आसानी से भर सके और हां एक सबसे जरूरी बात यह सब काम एक बहुत ही अनुभवी डॉक्टर के द्वारा किया जाता है क्योंकि यहां सवाल आपकी जिंदगी और मौत का होता है। यहां सवाल आपके पूरे शरीर के प्राइम मिनिस्टर का होता है। 

क्या दिमाग की सर्जरी करना सुरक्षित है?

 अगर कभी डॉक्टर से  दिमाग की सर्जरी के दौरान कोई  छोटी सी गलती हो जाए तो उस गलती की कीमत कितनी भारी होती है और क्या किसी इंसान को दिमाग का ऑपरेशन कराना चाहिए। अगर नहीं  तो दोस्तों सबसे पहले आपको बता दें कि हर कोई बात जानता है कि हमारा दिमाग बहुत ही नाजुक होता है और हमारे दिमाग की वजह से हम जिंदा माने जाते हैं। अगर हमारे हाथ पैर जैसे अंगों के ऑपरेशन में कोई गड़बड़ी  हो जाए तो हमारे शरीर को थोड़ी बहुत समस्या होगी, लेकिन हम जिंदा रहेंगे ।

लेकिन अफसोस कि अगर हमारा दिमाग के ऑपरेशन के दौरान कोई गलत हो जाए तो हमारी मौत निश्चित है  यही वजह है कि  दुनिया भर के लोग दिमाग का ऑपरेशन कराने से डरते हैं। 

लेकिन आपको यह भी जानने की जरूरत है कि दिमाग का ऑपरेशन कराना कितना बेहतरीन होता है। दोस्तों दिमाग का ऑपरेशन कराने का सबसे बड़ा। फायदा यह होता है कि अगर हमारे दिमाग में कोई समस्या है और उसकी वजह से हमारे शरीर को बहुत ही अधिक पीड़ा होती है तो दिमाग का ऑपरेशन करवा कर हमें एक नई जिंदगी मिल सकती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि दिमाग का ऑपरेशन कर आते वक्त तो हमारे शरीर में मौजूद अन्य समस्याओं का भी समाधान हो जाता है और अगर डॉक्टर को लगता है कि भविष्य में हमारे दिमाग में किसी भी तरह की समस्या उत्पन्न हो सकती है तो ऑपरेशन के वक्त डॉक्टर उस समस्या को भी हमेशा के लिए खत्म  कर देते हैं।

 दुनिया में कई लोग ऐसे हैं जिनके दिमाग में ब्रेन ट्यूमर जैसी समस्या होती है। लेकिन अफसोस की इसके अधिकतर मामलों में दिमाग का ऑपरेशन ही एकमात्र विकल्प रह जाता है। 

अगर ऑपरेशन ना किया जाए तो ट्यूमर फटने से उस इंसान की मौत हो सकती है और ऐसी स्थिति में दिमाग का ऑपरेशन रिक्स लेना किसी भी  जिंदगी के लिए वरदान साबित होता है, लेकिन दिमाग का ऑपरेशन के वक्त कई नुकसान होने की भी संभावना रहती है क्योंकि डॉक्टर भी इंसान ही होते हैं और गलत होना हर इंसान लाजमी होता है।

 कई बार ऐसा होता है कि दिमाग के ऑपरेशन के बाद मरीज के दिमाग में सूजन आने लगती है। कई मामले ऐसे भी आ चुके हैं जो दिमाग के ऑपरेशन के बाद मरीज के दिमाग में internal bleeding होने लगती है ।

 जो बहुत  ही खतरनाक होती है और अब तक कई मामले ऐसे भी आ चुके हैं। जब दिमाग के ऑपरेशन के बाद किसी गलती या फिर किसी लापरवाही की वजह से मरीज दिमाग  कोमा में चला जाता है और मरीज जिंदा लाश बन कर रह जाता है और अब तो कई मामले ऐसे ही देखने को मिले हैं। जब दिमाग के ऑपरेशन के वक्त किसी की गड़बड़ी की वजह से मरीज  जिंदगी भर के लिए अंधा  हो  जाता है या फिर बहरा हो जाता है या फिर शरीर का कोई खास अंग काम करना बंद कर देता है, लेकिन यह सभी के केश  ऐसे हैं जो 100 में से 1 मरीज के साथ होने की संभावना रहती है या फिर इतना भी नहीं ।

दोस्तों दिमाग हमारे शरीर के सबसे मुख्य अंगो में से एक होता है और दिमाग का काम करते रहना भी हमारे जिंदा होने का प्रमाण होता है। अगर हमारे दिमाग में किसी भी तरह की समस्या हो तो हमें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। बहुत ऐसे लोग हैं जो अपने दिमाग में होने वाली समस्याओं को नजरअंदाज करके जिंदगी में आगे बढ़ जाते हैं। लेकिन शुरुआत की छोटी सी समस्या के बाद में बहुत गंभीर  रूप ले लेती है ।

हमारे शरीर के किसी भी समस्याओं को हल्के में नहीं लेना चाहिए और समय रहते उसका समाधान ढूंढना चाहिए। दोस्तों उम्मीद करते हैं। अब तक आपको दिमाग के ऑपरेशन जुड़ी हर एक बात का पता चल गया होगा और अगर आपके मन में कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा। पोस्ट  अच्छी लगे तो आपने दोस्तो के साथ शेयर करना ना भूले ।

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