मरने के बाद आत्मा कहां जाती है ? मृत्यु के विषय मे दुनिया भर में अलग- अलग तरह के मान्यताएं प्रचलित है इस तरह के मान्यताएं और धरनावो में से अधिकांश काल्पनिक मंघड़ंत एवं झूठी होती है।
किंतु योगियों के अनुसार जीवन का ना तो कभी प्रारंभ होता है और ना ही कभी अंत लोग जिसे मृत्यु कहते हैं वह मात्र उस शरीर का अंत है । जो प्रकृति के पांच तत्व पृथ्वी जल वायु अग्नि और प्रकाश से मिलकर बना होता है।
मौत के बाद क्या होता है
इंसान मरने के बाद कितने दिन बाद जन्म लेता है
आत्मा क्या है
आत्मा शरीर कैसे छोड़ती है
मृत्यु के 47 दिन बाद
आत्मा कैसी दिखती है
सोते समय हमारी आत्मा कहां जाती है
मृत्यु के बाद क्या होता है गरुड़ पुराण
ऐसा माना जाता है कि मानव शरीर नश्वर है । जिसने जन्म लिया है उसे एक ना एक दिन अपने प्राण त्यागने ही पड़ते हैं । लेकिन मृत्यु के पश्चात जब शव को अंतिम विदाई दे दी जाती है तो ऐसे में शरीर छोड़ने के बाद आत्मा कहां जाती है
यह बात अभी तक कोई नहीं समझ पाया है तो चलिए दोस्तों आज के इस पोस्ट में जानते है मरने के बाद आत्मा कहां जाती हैं
मरने के बाद आत्मा कहां जाती है
एक बार अपने शरीर को त्यागने के बाद वापस शरीर में प्रदर्शित होना असंभव है । मौत के बाद की दुनिया कैसी होती है ये अभी तक एक रहस्यमयी से बना हुआ है । लेकिन गीता के उपदेशों में भगवान श्री कृष्ण कहते हैं कि आत्मा अमर है।
उसका अंत नहीं होता वाह सिर्फ शरीररूपी वस्त्र बदलती है लेकिन गरुड़ पुराण जो मरने के पश्चात आत्मा के साथ होने वाले व्यवहार की व्याख्या करता है। उसके अनुसार जब आत्मा शरीर छोड़ती है तो उसे दो यमदूत लेने आते हैं।
मानव आपने जीवन मे जो कर्म करता है यमदूत उसे उसके अनुसार अपने साथ ले जाते हैं। अगर मरने वाला सजन है पुण्य आत्मा है तो उसके प्राण निकलने में कोई पीड़ा नहीं होती है। लेकिन अगर वो दुराचारी या पापी हो तो उसे पीड़ा सहनी पड़ती है ।
मरने के बाद आत्मा कितने दिन तक भटकती है
गरूड़ पुराण में यह उल्लेख भी मिलता है कि मृत्यु के बाद आत्मा को यमदूत केवल 24 घंटों के लिए ही ले जाते हैं और इन 24 घंटो के दौरान आत्मा को दिखाया जाता है कि उसने कितने पाप और कितने पुण्य किए हैं।
इसके बाद आत्मा को फिर उसी घर में छोड़ दिया जाता है । जहां उसने शरीर का त्याग किया था इसके बाद 13 दिन के सरात तक वह वही रहता है ।
13 दिन बाद वह फिर यमलोक की यात्रा करता है । वही पुराणों के अनुसार जब भी कोई मनुष्य मरता है और आत्मा शरीर को त्याग कर यात्रा प्रारंभ करती है तो इस दौरान उसे तीन प्रकार के मार्ग मिलते हैं । उस आत्मा को किस मार्क चलाया जाएगा । ये केवल उसके कर्मो पर निर्भर करता है ।
- अर्चि मार्ग
- धूम मार्ग
- उत्पत्ति विनाश मार्ग।
- अर्चि मार्ग : ब्रह्मलोक और देव लोक की यात्रा के लिए होता है ।
- धूम मार्ग : पितृलोक की यात्रा पर ले जाता है।
- उत्पत्ति विनाश मार्ग : नरग की यात्रा के लिए है।
इस तरह यह कहा जा सकता है कि मरने के बाद आत्मा का क्या होता है यह कोई नहीं जानता इसलिए यह अभी भी एक रहस्य है। रोचक और अनेक तथ्यों के जुड़े पौराणिक पोस्ट देखने के लिए आज ही हमारा ब्लॉग को सब्सक्राइब करें । और यदि ऐसा कोई पौराणिक विषय है जिस पर आप पोस्ट पढ़ना चाहते हैं तो आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं
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